फूलों का रस त्वचा दमकाएं और प्राण ऊर्जा बढ़ाएं
फूलों का रस त्वचा दमकाएं और प्राण ऊर्जा बढ़ाएं
Table of Content
- 1. फूलों की ऊर्जा और महत्व
- 2. सेवन विधि
- 3. नित्य सेवन के लाभ
- 4. फूल चुनते समय सावधानियां
- 5. ऋतु और प्रयोग का असर
- 6. निष्कर्ष
1. फूलों की ऊर्जा और महत्व
पेड़ पौधे सकारात्मक ऊर्जा के असीमित भंडार होते हैं। पौधे के हर अंग में ऊर्जा होती है पर फूलों में सबसे ज्यादा ऊर्जा होती है। फूलों का रस पीने से प्राण ऊर्जा बढ़ती है, रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और हम मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ और प्रसन्न रहते हैं।
2. सेवन विधि
- नित्य अलग-अलग रंगों के 20 से 25 फूल लें जो जहरीले ना हों।
- थोड़ा पानी मिलाकर इन्हें कूटकर या ग्राइंड करके महीन चटनी बना लें।
- इसे कपड़े में डालकर रस निचोड़ें और खाली पेट सुबह सेवन करें।
- इसके बाद 30 मिनट तक कुछ भी न खाएं-पीएं।
3. नित्य सेवन के लाभ
- प्राण ऊर्जा बढ़ती है
- लीवर और हार्ट का स्वास्थ्य सुधरता है
- शरीर की गर्मी दूर होती है
- त्वचा कुंदन जैसी दमकने लगती है
- कील-मुंहासे निकलने बंद होते हैं
- रंगत में सुधार आता है
- एंटी-एजिंग इफैक्ट जबरदस्त मिलता है
अधिक लाभ के लिए रस निकालने के बाद बचा हुआ पेस्ट चेहरे पर 30 मिनट के लिए लेप करें।
4. फूल चुनते समय सावधानियां
- फूल जहरीले ना हों।
- गुलाब, सदाबहार, गेंदा, चमेली, मोगरा, लिली, गुड़हल आदि ले सकते हैं।
- अधिक ऊर्जा के लिए लाल फूल चुनें।
- शीतलता और शांति चाहिए तो सफेद फूल लें।
5. ऋतु और प्रयोग का असर
यह प्रयोग किसी भी ऋतु में किया जा सकता है। लगातार 30 दिन प्रयोग करने से:
- मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होगा
- ऊर्जा बढ़ेगी
- स्किन का ग्लो बढ़ेगा
- त्वचा कुंदन जैसी दमकेगी
- आपका ओरा उज्ज्वल होगा
6. निष्कर्ष
फूलों का रस एक प्राकृतिक और प्रभावशाली उपाय है। इसका सेवन न केवल स्वास्थ्य बल्कि सौंदर्य के लिए भी अद्भुत लाभकारी है।
✍️ लेखिका – Sonal Kanwar
⚠️ Disclaimer: यह लेख केवल शैक्षिक जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी प्रकार की हानि या दुष्प्रभाव की स्थिति में लेखिका की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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